Bhogta Vidroh 1770-1771
➧ यह भोगता विद्रोह चेरों विद्रोह के प्रथम चरण के समानांतर प्रारंभ हुआ तथा उसके पूरक के रूप में संचालित हुआ।
➧ इस विद्रोह का नेतृत्व जयनाथ सिंह भोगता (चित्रजीत राय का दीवान) ने किया।
➧ विद्रोह का मुख्य कारण कंपनी द्वारा जयनाथ सिंह को पलामू किला छोड़ने संबंधी दिया जाने वाला आदेश था।➧ यद्यपि जयनाथ सिंह कुछ शर्तों के साथ किला छोड़ने को तैयार था, परंतु अंग्रेज इसे अनैतिक करार दे रहे थे।
➧ परिणाम : जयनाथ सिंह ने कंपनी के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
➧ इस विद्रोह में भोगता एवं चेरों ने साथ मिलकर अंग्रेजों से लोहा लिया।
➧ जयनाथ सिंह पराजित होकर सरगुजा भाग गया जिसके बाद अंग्रेजों द्वारा गोपाल राय को राजा घोषित कर दिया गया और विद्रोह समाप्त हो गया।
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