Jharkhand Kray Niti-2014
(झारखंड क्रय नीति, 2014)
➤यह स्थानीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों (MSES) को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई थी।
➤झारखंड औद्योगिक नीति-2012 के पारा-18 में एक नई क्रय नीति का प्रावधान स्थानीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों (MSEs) को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया गया था।
➤इसी आलोक में एक नई नीति की घोषणा 2014 में की गई।
➤झारखंड क्रय नीति, 2014 का प्रमुख उद्देश्य
1- सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करना तथा इसके लिए राज्य सरकारों द्वारा लघु उत्पादों का क्रय करना।
2- राज्य के सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों को प्रतिस्पर्धा बनाना।
➤झारखंड के नीति के अंतर्गत मुख्य प्रावधान
1- राज्य सरकार की विभाग संस्थाएं या अनुदान प्रदान एजेंसियां राज्य के MSE उत्पाद को खरीदेंगे।
2- राजकीय विभाग एवं एजेंसी या ऐसी कंपनी जिसमें 50% सरकार की भागीदारी है अपने कुल क्रय का 20% राज्य के MSE Sector से 2 वर्ष तक खरीदारी करेगी।
3- सूक्ष्म एवं लघु उत्पादन इकाइयों में निर्धारित वार्षिक क्रय लक्ष्य में भी उपलब्ध 20% एस0 टी0 / एस0 सी0 के स्वामित्व वाली इकाइयों के लिए निर्धारित किया गया है।
4- क्रय के लिए वस्तु एवं सेवाओ की एक सूची भी निर्धारित है, जिसमें कृषि औजार, स्टील फर्नीचर, सोलर लाइट, हैंड पंप उपकरण, स्टेशनरी, पेंट -मोमबत्ती, जैसी 30 सूचियाँ शामिल है।
5 -झारखंड के क्रय नीति का लाभ केवल उन कंपनियों को मिलेगा जो झारखंड के सीमा क्षेत्र में स्थित हो या जिनका कार्यालय झारखंड में हो इत्यादि।
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