Jharkhand Ki Pramukh Yojnaye Part-4
(झारखण्ड की प्रमुख योजनाएं)
झारखंड मुख्यमंत्री सुकन्या योजना 2019
➤इसका आरंभ 24 जनवरी 2019 में किया गया।
➤इस योजना के तहत सभी लड़की को जन्म से लेकर 18 वर्ष तक 40,000 का वित्तीय सहायता दी जाएगी।
➤इस योजना का संचालन डी0बी0टी0 (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) स्कीम के माध्यम से किया जाएगा।
➤इस योजना का उद्देश्य लड़कियों की साक्षरता दर में वृद्धि करना, बाल विवाह को रोकना है।
1) बेटी के जन्म के समय 5000
2) कक्षा 1 में दाखिला कराने पर 5000
3) पांचवी कक्षा पास करने पर 5000
4) आठवीं कक्षा पास करने पर 5000
5) दसवीं कक्षा पास करने पर 5000
6) 12वीं कक्षा पास करने पर 5000
7) 18 वर्ष पूर्ण होने पर 10,000
➤इसके अलावा लड़की की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के आधार पर 30,000 अतिरिक्त तक मिलेगा।
➤इस प्रकार राज्य बेटियों की सहायता के लिए जन्म से शादी तक ₹70,000 की आर्थिक मदद प्रदान करेगा, जो एक क्रांतिकारी कदम है।
➤योजना के लाभार्थी वैसे बीपीएल परिवार के सदस्य होंगे, जिनकी वार्षिक आय 72,000 से कम हो या 2011 जनगणना में बीपीएल में नाम दर्ज हो या जिनके पास अंतोदय कार्ड हो।
➤योजना का लाभ लेने के लिए कोई भी आदमी अपने निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र या प्रखंड बाल पदाधिकारी या जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
➤झारखंड सरकार 18 वर्ष से कम उम्र में शादी के रोकथाम हेतु अर्थात बाल विवाह रोकने के लिए एक टोल फ्री नंबर 181 जारी किया है, जिस पर कोई भी व्यक्ति कॉल कर ऐसे शादी के संबंध में प्रशासन को सूचित कर सकता है।
मुख्यमंत्री सखी मंडल स्मार्टफोन योजना(2017)
➤इस योजना का आरंभ 27 अगस्त, 2017 को किया गया।
➤इस योजना का उद्देश्य सखी मंडल की सभी महिलाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध कराना है।
महिला अचल संपत्ति योजना (2017)
➤महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए इसकी शुरुआत 2017 में की गई।
➤इस योजना के तहत महिला के नाम से अचल संपत्ति खरीदने पर 50 लाख तक की राशि पर मात्र एक ₹1 रजिस्ट्री चार्ज (निबंधन एवं स्टांप शुल्क) लगेगा।
➤इसका लाभ मात्र एक बार सम्पत्ति खरीद पर ही दिया जाता है।
तेजस्विनी योजना (2017)
➤इसकी शुरुआत 8 मार्च 2017 को की गई।
➤इसका उद्देश्य 14 से 25 वर्ष की महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है।
➤इस योजना के कुल लागत 90 मिलियन डॉलर है, जो विश्व बैंक द्वारा प्रदान की जाएगी।
➤इसके तहत चयनित महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाया जाएगा।
संजीवनी योजना 2016
➤इस योजना का उद्देश्य महिलाओं का सशक्तिकरण करना है।
मेरी बेटी मेरी पहचान 2016
➤इस योजना का आरंभ 2016 में किया गया।
➤इस योजना का उद्देश्य बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को प्रोत्साहित करना है।
➤इस योजना के तहत गांव के सभी घर के दरवाजे पर घर की बेटी का नेम प्लेट लगाकर घरों की बेटियों के नाम से पहचान दिलाने की पहल की गई है। नेमप्लेट में बेटी के साथ मां का भी नाम लिखा गया है।
मुख्यमंत्री जन वन योजना (2016)
➤पर्यावरण संतुलन हेतु इस योजना की शुरुआत 15 नवंबर 2016 को किया गया।
➤इस योजना का उद्देश्य निजी वनरोपण को प्रोत्साहन देना था।
➤सफल वृक्षारोपण पर लागत का 75% 3 वर्ष तक भुगतान करती है।
➤इस योजना के लाभार्थी को लाभ अर्जित करने हेतु न्यूनतम एक एकड़, अधिकतम 50 एकड़ पर फलदार एवं लकड़ी वाले पौधे लगाना अनिवार्य है।
खेलकूद से संबंधित योजनाएं(2017)
➤योजना योजना का आरंभ 2017 में किया गया।
➤इस योजना का उद्देश्य खेल-कूद को प्रोत्साहित करना है।
➤इस योजना का संचालन रांची के बिरसा मुंडा स्टेडियम में किया जा रहा है।
➤इस योजना के तहत 9 खेलों के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
➤इस योजना के तहत योग एवं केरम के लिए ₹250 रूपये और अन्य खेल के लिए ₹500 देय राशि है।
खेल छात्रवृत्ति योजना (2006)
➤इस योजना का आरंभ 2006 में किया गया।
➤इस योजना का प्रमुख उद्देश्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना है।
झारखंड उद्योग व पुनर्वास योजना (2003)
➤इसका आरंभ 2003 में किया गया है।
➤राज्य में अवस्थित वृहद, मध्यम और लघु औद्योगिक इकाइयों के पुनर्वास हेतु इस योजना का संचालन किया जा रहा है।