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Wednesday, August 19, 2020

Santhal Pargana Kashtkari Adhiniyam 1949 Part-6 (संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम पार्ट-6)

Santhal Pargana Kashtkari Adhiniyam 1949

संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम,1949 

(SPT- Act),1949  PART- 6


संथाल परगना भूधारण (अनुपूरक अनुबंध) अधिनियम 1949 का प्रमुख प्रावधान:-

अध्याय- 7 परिसीमा (धारा - 64 से 66)

💥धारा - 64 

सभी आवेदन (धारा - 42 को छोड़कर) जिनके लिए इस अधिनियम के किसी दूसरे स्थान में परिसीमा की कोई अवधि उपबंधित नहीं है, वाद करने के प्रावधान होने पर एक वर्ष  के भीतर किए जाएंगे।

💥धारा - 65 

धारा - 65 के अनुसार (धारा -14) में वर्णित आधार पर रैयत के बेदखली के लिए आवेदन दुरुपयोग संबंधी परिवाद  की तारीख़ से 2 वर्षों के भीतर किया जाएगा।

💥धारा - 66 

धारा - 66 अपीलों के लिए परिसीमा :- इस अधिनियम के अधीन प्रत्येक अपील 
(क) धारा- 57 के अधीन नियुक्त न्यायाधिकरण को या आयुक्त को, जिस आदेश के विरुद्ध अपील की जा रही हो, उस तारीख से 90 दिनों के अन्दर प्रस्तुत की जाएगी।

(ख) उपायुक्त को या अनुमंडल पदाधिकारी को, जिस आदेश के विरुद्ध अपील की जा रही हो,उस तारीख से 60 दिनों के अन्दर प्रस्तुत की जाएगी।

अध्याय- 8 विविध प्रावधान धारा - (67 से 72) तक

💥धारा - 67 

(1) धारा - 67 दंड :- इस अधिनियम के तहत यदि कोई व्यक्ति इस अधिनियम का उल्लंघन करता है तो वह दंड का भागी होगा।जैसे :-

(i) भूस्वामी या ग्राम प्रधान या मूल रैयत को किसी गांव के बांधों, आहारो, मेढ़ो, पुस्तों, डाँडो इत्यादि की मरम्मत करने के लिए कोई सहायता प्रदान नहीं करता है


(iii) नियम के विरुद्ध गांव में कोई वृक्ष को काटता है या गांव के जंगल को विभिन्न प्रकार से हानि पहुंचाता है, तो उससे ₹200 तक जुर्माना हो सकती है, तथा अपराध के जारी रहने की दशा में प्रतिदिन ₹5 तक और जुर्माना का भागी होगा।

(2)  यदि कोई भूमि (धारा - 20) के उल्लंघन में गलत तरीके से हस्तांतरित की गई हो,और किसी व्यक्ति द्वारा जोती जाती हो, तो उसे 3 वर्ष तक कारावास या ₹1000 जुर्माना हो सकता है, या दोनों अपराध जारी रहने की स्थिति में प्रत्येक दिन अतिरिक्त ₹50 की राशि से दंडित किया जाएगा।

(3)  उपायुक्त के द्वारा जांच- पड़ताल के बाद जो उपायुक्त के स्वप्रेरणा से या सूचना पाने पर या अपराध किए जाने की तारीख से 3 महीने के भीतर उस पर ऐसा जुर्माना लगाया जाएगा।

(4)  ऐसा जुर्माना लगाने के किसी आदेश के विरुद्ध अपील उपायुक्त के यहां होगी, तथा ऐसा अपील पर आयुक्त द्वारा दिया गया आदेश अंतिम फैसला होगा।

💥धारा - 68 

धारा - 68 के अनुसार भूस्वामी पर तामील या नोटिस की जाने के लिए मांगा गया वह प्रत्येक सूचना, यदि भूस्वामी की ओर से उसका तालीम या नोटिस स्वीकार करने के लिए या उसे लेने के लिए भूस्वामी के हाथ से लिखित अधिकार द्वारा मजबूत प्रतिनिधि को तालीम या नोटिस की जाए तो इस अधिनियम के उद्देश्य उतना ही प्रभावशाली होगी।

💥धारा - 69

धारा - 69 कतिपय भूमि के अधिकार के अर्जन पर रोक :- किसी भी कानून  में या संथाल परगना में कनून का बल रखने वाले किसी वस्तु में से किसी बात के रहते हुए भी-

(क) धारा - 20 के प्रावधानों में धारित या अर्जित भूमि में ,या
(ख) सरकार के लिए किसी स्थानीय प्राधिकार के लिए या रेलवे कंपनी के लिए भूमि अर्जन अधिनियम, 1894 के अधीन अर्जित भूमि में, जब तक कि ऐसा भूमि सरकार की या किसी स्थानीय प्राधिकार की या रेलवे कंपनी की संपत्ति रहती है, या
(ग) सरकार के स्थानीय प्राधिकार के अधिकार गत के रूप में अभिलिखित या सीमांकित भूमि में, जो किसी  सार्वजनिक कार्य के लिए व्यवहार होती है,या 
(घ) ग्राम प्रधान,मूल रैयत और उनके परिवार के सदस्यों या भूस्वामी के द्वारा प्रतिधारित परती जोत में,या
(ड) ग्राम प्रधान की सरकारी जोत, चारागाह, श्मशान और कब्रिस्तान में किसी व्यक्ति को कोई अधिकार उपाजित नहीं होगा।

💥धारा - 70 

धारा - 70 बकाया की वसूली :- इस अधिनियम के अधीन दिए गए सभी लगान , ब्याज, हानि और क्षतिपूर्ति की वसूली के लिए प्रवाहित रीति के अनुसार वसूल किए जायेंगे। 

💥धारा - 71 

धारा -71 नियम बनाने का अधिकार :- (1) राज्य सरकार अधिसूचना द्वारा नियम बना सकती है। 
(2 ) पुराने अधिकार की सभ्यता को नुक्शान पहुंचाए बिना राज्य सरकार (धारा - 5) में रैयत की सहमति निश्चित करने के लिए, ग्राम प्रधान को अपने कर्तव्यों का संपादन करने की रीति, विधि (धारा - 21) के उप धारा-1  के अधीन रैयती भूमि का हस्तांतरण प्रतिवेदन करने की रीति, निबंधन पदाधिकारी को देय  प्रक्रिया शुल्क की राशि,(धारा- 53) के अधीन भूमि के अर्जन पर उपबंध एवं ऐसी भूमि पर कब्जा देने की रीति पर नियम बना सकती है।

💥धारा - 72 

धारा - 72 विशिष्ट विधानों का परित्राण :-  इस अधिनियम कि कोई बात संथाल परगना भूधारण (अनुपूरक अनुबंध) अधिनियम 1949, अन्य विधि में ऊपर रहेगा। उसके बाद संथाल परगना भूधारण (अनुपूरक नियमावली )1950 लागू किया गया। 





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Tuesday, August 18, 2020

Santhal Pargana Kashtkari Adhiniyam 1949 Part-5 संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम पार्ट-5

Santhal Pargana Kashtkari Adhiniyam 1949 Part-5 

अध्याय- 6 (धारा - 53)


कतिपय प्रयोजनों के लिए भूस्वामी द्वारा भूमि का अर्जन


💥धारा - 53

यदि किसी गांव का भूस्वामी, उचित और पर्याप्त उपयोग से, जिसका संबंध जोत ग्राम या भूस्वामी के भलाई से हो या भवन निर्माण के लिए या किसी धार्मिक, शैक्षणिक या खान खोदने, उत्पादन या सिंचाई के लिए उपयोग या कृषि या ओद्योगिक उन्नत्ति  करने के लिए या सरकार की कोई राष्ट्रीय नीति प्रभावी करने हेतु, उस ग्राम के किसी रैयत की जोत को उसके किसी भाग को अर्जन करना चाहे या लेना चाहे, तो इसके लिए उपायुक्त के पास आवेदन दे सकता है

न्यायिक प्रक्रिया (धारा - 54 से 63)

💥धारा - 54

धारा - 54 के अधिनियम के आधार पर न्यायिक प्रक्रिया के संबंध में नियमों को बनाने का राज्य सरकार को अधिकार प्राप्त है, तथा अपील और संशोधन करने का अधिकार भी

💥धारा - 55

धारा - 55 के अनुसार लगान वसूली के लिए किसी रैयत के विरुद्ध भूस्वामी ने कोई बात के लिए मुकदमा दायर किया हो, तो वही उसके विरूद्ध वह, पहले बात के मुकदमा दायर करने की तारीख से 6 माह बीत नहीं जाने तक, कोई दूसरा बात लगान की वसूली के लिए मुकदमा दायर नहीं करेगा।

💥धारा - 56

धारा - 56 बेदखली :-उपायुक्त के आदेश के बिना, कृषि भूमि से, कोई व्यक्ति बेदखल नहीं किया जाएगा, यदि कोई रैयत को उसके जोत से बेदखल कर दिया गया है तो वह उपायुक्त के न्यायालय में याचिका दायर कर सकता है

💥धारा - 57

धारा - 57 इस अधिनियम में  जब तक अन्य रूप से व्यवस्था नहीं हो उस अधिनियम के अनुसार दिए गए प्रत्येक आदेश के विरुद्ध यदि आदेश:-
(क)उपायुक्त के अधिकारों का प्रयोग करने वाले उप समाहर्ता द्वारा दिया गया हो, तो अनुमंडल पदाधिकारी के पास इस संबंध में उपायुक्त के अधिकार शामिल किए गए हो,तो अपील की जाएगी।
(ख)उपायुक्त के अधिकारों का प्रयोग करने वाले अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा दिया गया हो तो उपायुक्त के पास अपील होगा।
(ग)उपायुक्त या अपर उपसमाहर्ता द्वारा आदेश  दिया गया हो तो आयुक्त के पास अपील की जा सकती है 
(घ) आयुक्त द्वारा आदेश दिया गया हो तो राज्य सरकार द्वारा नियुक्त न्यायाधिकरण के पास अपील की जा सकती है

💥धारा - 58

धारा - 58 दूसरा अपील :-के अनुसार दूसरा अपील यदि उपायुक्त का अधिकार प्राप्त अनुमंडल पदाधिकारी या अन्य समाहर्ता ने निर्णय दिया है, तो उपायुक्त के न्यायालय में दूसरा अपील किया जा सकता है

💥धारा - 59

 धारा - 59  पुनरीक्षण (REVISION) :-के अनुसार न्याय आदेश का पुनरीक्षण उपायुक्त या आयुक्त के न्यायालय में किया जा सकता है
(1)आयुक्त या उपायुक्त ने स्वप्रेरणा से या अन्य रूप से, अपने नियंत्रण के अंतर्गत किसी न्यायालय द्वारा निर्णय किया गया किसी ऐसे मुकदमे का अभिलेख मँगा सकते हैं,  जिस पर अपील ना हो किसी पक्ष के आवेदन देने पर आयुक्त ऐसे आदेश नहीं देगा, जब तक कि उपायुक्त या अपर उपसमाहर्ता पुनरीक्षण में या अपील करने पर उसकी सुनवाई की हो या आदेश दिया हो
(2)उपायुक्त लिखित आदेश देकर अपने नियंत्रण के अंतर्गत किसी अनुमंडल पदाधिकारी को अनधिकृत  सकते हैं वह ऐसे उपसमाहर्ता के न्यायालयों  के सभी निर्णयों या किसी एक निर्णय के संबंध में, जो उपायुक्त के नियंत्रण के अंतर्गत किसी अनुमंडल का प्रभार ना रखते हों  

💥धारा - 60

धारा - 60  पुनर्निरीक्षण ( REVIEW) :-  धारा 60 के अनुसार उपायुक्त के निर्देश का पुनर्निरीक्षण आयुक्त के न्यायालय में किया जा सकता है।आयुक्त पर्याप्त कारणों से, जिन्हें वे लिखित रूप में अभिलेख करेंगे, किसी आदेश का जिसे उन्हेंने  स्वयं या उनके पूर्व अधिकारी ने इस अधिनियम द्वारा प्रदत किसी अधिकार के प्रयोग में दिया हो, पुनर्निरीक्षण कर सकते हैं। 

💥धारा - 61

धारा - 61  के अनुसार उपायुक्त द्वारा पारित आदेश पुनर्निरीक्षण प्रक्रिया में जब तक न्याय की हानि नहीं हुई हो अपील शून्य रहेगा।

💥धारा - 62 

धारा - 62  के अनुसार अपने कर्तव्यों के निर्वहन करने में तथा अपने अधिकारों का प्रयोग करने  में उपायुक्त, आयुक्त के निर्देश और नियंत्रण के अधीन रहेगा। एवं अन्य अपर उपसमाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी एवं उपसमाहर्ता, उपायुक्त के अधीन होंगे।

💥धारा - 63 

धारा - 63 वादों पर रोक :-  के अनुसार  किसी आवेदन में जो इस अधिनियम के अनुसार उपायुक्त द्वारा संज्ञेय हो,उपायुक्त द्वारा दिए गए आदेश को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, संशोधित करने या खारिज करने के लिए किसी न्यायालय में कोई वाद नहीं चलेगा, और इस प्रकार का प्रत्येक आदेश, अपील और पुनरीक्षण संबंधी इस अधिनियम के प्रावधानों के अधीन रहकर अंतिम होगा।




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Monday, August 17, 2020

#Jharkhand Ka Naya Logo# (झारखंड का नया लोगो)

#Jharkhand Ka Naya Logo

झारखंड राज्य का नया प्रतीक चिन्ह अस्मिता का प्रतीक है

नया विचार।। नया संकल्प ।। नयी पहचान ।।

              14 अगस्त 2020 को झारखंड राज्य की राजधानी रांची के मोराबादी मैदान के आर्यभट्ट सभागार में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया इस आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड राज्य के राज्यपाल श्रीमती द्रोपति मुर्मू थी। इस कार्यक्रम में झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए इस कार्यक्रम के दौरान ही झारखंड राज्य के नए (लोगो) प्रतीक चिन्ह का झारखंड वासियों को समर्पित किया गया  इस नए (लोगो )प्रतीक चिन्ह के बारे में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बताया कि यह प्रतीक चिन्ह झारखंड राज्य की पहचान और स्वाभिमान को दर्शाता है 

            मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने इस नए (लोगो )प्रतीक चिन्ह के बारे में कहा  कि यह प्रतीक चिन्ह झारखंड राज्य की लोगों की भावनाओं को दर्शाता है इसके अलावा और भी मुख्यमंत्री के कथन हैं जो निम्नलिखित हैं 

"यह प्रतीक चिन्ह हमारी संस्कृति को रेखांकित करता है यह हमारी अस्मिता का द्योतक और हमारी चेतना का प्रतीक है राज्य के प्राकृतिक परिवेश एवं यहां के लोगों के जीवन दर्शन को अपने में समेटे हुए हमारी पहचान को समग्रता से प्रकट करता है"

                                                            - हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड 

झारखंड का नया प्रतीक चिन्ह अस्मिता का प्रतीक है, और झारखंड राज्य का नया प्रतीक चिन्ह गोलाकार है। जो प्रगति के प्रतीक का सूचक है,जैसे पहिया या चक्र लगातार घूमते हुए आगे बढ़ता है उसी तरह झारखण्ड भी प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा  

नया विचार। नया संकल्प। नई सोच। 

💥कुल घेरों की संख्या - 7

💥बीच वाले गोल घेरे में - अशोक स्तंभ ,सत्यमेव जयते

💥दूसरे घेरे में -सफेद गोल घेरे -60

💥तीसरे गोल घेरे में - मानव आकृति - 48  (24  जोड़ी )

💥चौथे गोल घेरे में - पलाश के फूल (राजकीय पुष्प )-24

💥पांचवे गोल घेरे में - सफ़ेद हाथी की आकृति (राजकीय पशु )-24

💥छठे गोल घेरे में - झारखण्ड सरकार GOVERNMENT OF JHARKHAND

💥 सातवाँ घेरा रिक्त 


नए प्रतीक चिन्ह की विशेषताएं:-


💥 हरा रंग 


हरा रंग - नए राज्य चिन्ह का हरा रंग झारखंड राज्य की हरी-भरी धरती और संपूर्ण राज्य में फैली हरियाली और वन संपदा का परिचय देता है। प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से अलंकृत झारखंड विकास के पथ पर लंबे-लंबे पग भरने हेतु आवश्यक खनिज सम्पदा से परिपूर्ण है। 


💥 हाथी


हाथी -हाथी राज्य के ऐश्वर्या और प्रचुर  प्राकृतिक संसाधनों को दर्शाता है हाथी झारखंड के महान इतिहास शक्ति और सामूहिक बुद्धिमता का प्रतीक है वर्तमान और सुनहरे भविष्य के मध्य खड़ी सभी बाधाओं का सामना करते हुए आगे बढ़ने के संकल्प का प्रतीक है


💥पलाश फूल 


पलाश का फूल  -पलाश का फूल "फ़प्लेम ऑफ द फॉरेस्ट" के नाम से मशहूर पलाश या टुशु का फूल  झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य एवं सुरम्यता को प्रतिबिंबित करता है पुष्पित होता पलाश का फूल बसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है वसंत ऋतु जो समृद्धि का संदेश लेकर आता है


💥 सौरा चित्रकारी(स्थानीय उत्सव)

सौरा चित्रकारी(स्थानीय उत्सव) - स्थानीय त्योहारों को चित्रित करने वाले जनजातीय कला को नए राज्य चिन्ह में स्थान दिया गया है जो राज्य की समृद्धि और विविधता पूर्ण परंपराओं के साथ उसकी निराली संस्कृति और धरोहर का परिचय कराते हैं 


💥 अशोक स्तंभ ,सत्यमेव जयते

अशोक स्तंभ ,सत्यमेव जयतेझारखंड का नए राज्य चिन्ह के केंद्रीय भाग में अशोक स्तंभ है, यह राष्टीय प्रतीक चिन्ह होने के साथ झारखंड राज्य की सम्प्रभुता शक्ति का द्योतक है उसमें उकेरा गया अशोक स्तंभ भारत के उत्तम सहकारी संघवाद, इसमें झारखंड की सहभागिता एवं अद्वितीय भूमिका को रेखांकित करता है


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Sunday, August 16, 2020

IMPORTANT FACTS ABOUT SOME METALS - CHEMISTRY (SCIENCE)

IMPORTANT FACTS ABOUT METALS (SCIENCE):

Alkali Metals: Group 1st element are called alkali metals because its hydroxides are alkaline.
Alkaline Earth Metals: Group 2nd elements are called alkaline earth metals.
Actinides Series: Radio-active elements.
Transition Metals: Generally transition metals & their compounds are colored. 

Metal's name & fact starting with the letter 'A':

  • Aluminum hydroxide (AlOH3):  used to make waterproof & Stainless cloth.
  • Auric chloride (AuCl3)used to make antivenom needle.

Metal's name & fact starting with the letter 'B':

  • Babbitt metal/ Non-Ferrous Alloy: It contains [Tin(Sn)- 89%, Antimony(Sb)- 9%, & Copper(Cu)- 2%] = used in engine to support moving mechanical parts & protects them from frictional degradation.
  • Barium (Ba): In fireworks, green color is due to Barium.
  • Barium Sulphate (BaSO4)used in X-ray of the abdomen as barium-meal.

Metal's name & fact starting with the letter 'C':

  • Calcium Hydride/Hydrolith (CaH2): used as dry alcohol. It is used to prepare fire-proof & waterproof clothes.
  • Calcium hypochlorite Ca(ClO2)Bleaching powder, used for water treatment.
  • Cadmium rod: used in the Nuclear reactor to slow down the speed of the neutron.
  • Chromium trioxide(CrO3)/Chromic Acid: used for chrome plating on a metal object.
  • Cobalt-60 (Co-60): used in Cancer treatment.
  • Cytochrome: In cytochrome Iron (Fe) is present.

Metal's name & fact starting with the letter 'F':

  • Ferric oxide (Fe2O3): the reaction with Aluminium (Al) is used to fill up the cracks of railway tracks & machine parts = Thermite reaction.

Metal's name & fact starting with the letter 'G':

  • Gun powder: contains [ Pottasium nitrate(KNO3)- 75%, Sulphar- 10%, Charcoal- 15%].
  • Galvanised Iron (Fe) is coated with Zinc - to prevent rusting.
  • Gallium (Ga) metal: liquid at room temperature.
  • Gold (Au): Pure gold is 24 carat. To harden the gold, copper (Cu) is mixed.

Metal's name & fact starting with the letter 'I':

  • Iron & Mercury (Fe & Hg): produces more resistance in comparison to other during the flow of electricity.
  • Iron Pyrites (FeS2)known as Fool's gold.
  • Iron(Fe): wrought Iron is the purest form of Iron.
  • Iron Cast: percentage of Carbon in cast iron = 2.5 - 5%, wrought iron = 01 - 0.2%
  • Iron (Ferric) oxide (Fe2O3): the reaction with Aluminium (Al) is used to fill up the cracks of railway tracks & machine parts = Thermite reaction.
  • Iron(Fe): Anemia is caused due to deficiency of Iron in the body while excess iron in the body may cause siderosis.

Metal's name & fact starting with the letter 'L':

  • Lead (Pb): used to write on paper as it is a 'stable element'. Combustion of petrol in automobiles pollutes the air by producing the lead.
  • Lead arsenic (PbHASO4): is an alloy used to make bullets.
  • Lead Carbon: used to make an artificial part of the body. 
  • Lead Oxide(PbO)/Litharage: used in rubber industries in the manufacturing of storage batteries & flint glass.
  • Lead-pipe: is not used for drinking water because it forms poisonous lead hydroxide Pb(OH2).
  • Lithium (Li): the highest & the most reductant element.

Metal's name & fact starting with the letter 'M':

  • Mercury (Hg): known as 'Quick Silver'. It is kept in Iron (Fe) pot because it doesn't form the amalgam with Iron.
  • Mercury & Argon: vapor of mercury(Hg) & argon(Ar) is used in tubelight.

Metal's name & fact starting with the letter 'M':

  • Nitrogen (N2) gas: In flash-bulb, Magnesium (Mg) wire is kept in an atmosphere of Nitrogen gas.
  • Nichrome (NiFeCr): wire used in the electrical heater.

Metal's name & fact starting with the letter 'O':

  • Oxides of metals are alkaline.
  • Osmium (Os): heaviest metal.

Metal's name & fact starting with the letter 'P':

  • Platinum (Pt): hardest metal.
  • Palladium (Pd) metal: used in an airplane.
  • Potassium (K): Onion & Garlic have an odor due to Potassium.
  • Potassium Carbonate (K2CO3)Known as "Pearl Ash"- used in making soap & glass.

Metal's name & fact starting with the letter 'R':

  • Radium (Ra): extracted from pitchblende (Uraninite).
  • Rusting of Iron(Fe2O3): = Chemical changes that increase the weight of Iron.

Metal's name & fact starting with the letter 'S':

  • Selenium (Se): used in the photoelectric cells.
  • Silver & Copper (Ag & Cu): best conductor of electricity.
  • Silver & Gold (Ag & Au): most malleable metal.
  • Silver Chloride (AgCl): used in photochromatic glass.
  • Silver Iodide (AgI): used in artificial rain.
  • Silver Nitrate (AgNO2)used as Marker during an election. It is kept in a colored bottle to avoid decomposition.
  • Silver Sulfide(Ag2S)Silver spoon is not used in egg food because it forms black Silver sulfide.   
  • Sodium Peroxide (Na2O2)used in submarine & also to purify closed air in the hospital.
  • Stannous Sulphide (SnS2): called 'Mosaic gold'. It is used as paint. Sn shows the allotropy.
  • Strontium (Sr): In fireworks, crimson red color is due to the presence of Sr.

Metal's name & fact starting with the letter 'T':

  • Titanium (Ti): Strategic metal, it is lighter than Iron (Fe).
  • Tetra-ethyl lead (C8H20Pb): used as an anti-knocking compound.
  • Tungsten (W): melting point= 3500 degrees C. To prevent oxidation of tungsten, the air is removed from the electric bulb.

Metal's name & fact starting with the letter 'U':

  • Uranium (U): a heavy radioactive metal & it belongs to actinide group. It is used in the manufacture atom bomb.

Metal's name & fact starting with the letter 'W':

  • Wilson Disease: Excess of copper (Cu) in the human body or copper poisoning, causes inherited disorder.
  • World-famous Eiffel Tower has a steel & cement base. 

Metal's name & fact starting with the letter 'Z':

  • Zinc Phosphide (Zn3P2): used for killing rats.
  • Zinc Chloride (ZnCl2): It is coated with wooden furniture to prevent termites. 
  • Zinc Oxide (ZnO): known as 'Flower of Zinc'. It is also known as Chinese white & used as white paint.
  • Zeolite: made up of metal ions of sodium, potassium, magnesium, calcium, barium & Silicon. It is used to remove the hardness of the water.
  • Zirconium (Zr): metal burns in oxygen as well as in nitrogen.
  • Zirconium (Zr), Cadmium (Cd), Boron (B): To capability to absorb neutrons & used in a nuclear reactor.

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Saturday, August 15, 2020

Jharkhand ke Khel Vibhuti (झारखंड के खेल विभूति)

Jharkhand ke Khel Vibhuti

झारखंड के खेल विभूति


 1. जयपाल सिंह मुंडा -(खेल हॉकी)

💨इसका जन्म 3 जनवरी 1930 को हुआ था और मृत्यु 20 मार्च 1970 को हुआ था
💨इसका उपनाम है -"मरांग गोमके "
💨 1925 में ऑक्सफोर्ड ब्लू अवार्ड पाने वाले हॉकी के एकलौते अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे 
💨इन की कप्तानी में 1928 के ओलंपिक में भारत ने पहला हॉकी में स्वर्ण पदक जीता था
💨इनके जीवन पर आधारित एक किताब लिखी गई है जिसका नाम"मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा" इसके लेखक अश्विनी कुमार पंकज है
💨आदिवासी महासभा के अध्यक्ष भी बनाए गए थे
💨1950 में जयपाल सिंह मुंडा ने झारखंड पार्टी की स्थापना की थी
💨झारखंड राज्य निर्माण आंदोलन में जयपाल सिंह मुंडा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है

2. महेंद्र सिंह धोनी (मानद लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी) 
खेल -(क्रिकेट)

💨महेंद्र सिंह धौनी का जन्म सात जुलाई 1981 ईस्वी को रांची में में हुआ था। 
💨भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट टीम तथा टी -20 टीम के सफल कप्तान रहे है
💨एकदिवसीय टीम में 2004 में बांग्लादेश के विरुद्ध खेले गए थे
💨इनको बहुत सारा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है 
💨पदम भूषण पुरस्कार 2018  में,
💨पदमश्री 2009 में, 
💨तीसरा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2007 में
💨 चौथा लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद  सम्मान पर 2011 में
💨2011  क्रिकेट विश्वकप में जीत हासिल की इसमें भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बने थे
💨 2013 के चैंपियन ट्रॉफी में भारत विश्व विजेता बना जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बने थे

3. मिशल बेंजामिन लकड़ा खेल - (इंटरनेशनल बॉक्सर)

💨 मिशल बेंजामिन लकड़ा एक इंटरनेशनल बॉक्सर है
💨हैदराबाद में 2009 में 56वें  सीनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में रजत पदक जीते थे 
💨34 वें राष्ट्रीय खेल 2011 में स्वर्ण पदक हासिल किए थे
💨65वें  आल इंडिया इंटर रेलवे पुरुष मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में रजक पदक प्राप्त किया। 

4. माइकल किंडो (खेल -हॉकी )

💨माइकल किंडो झारखण्ड के महान हॉकी खिलाड़ी रहे है,इसने राउरकेला को हॉकी की नर्सरी बनाने में सहयोग किया है 

5. सुमराई टेटे  (खेल -हॉकी)

💨सुमराई टेटे  झारखण्ड की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी है। 
💨2013 -2014 में भारतीय हॉकी टीम में सहायक प्रशिक्षक की भूमिका भी निभाई। 

6. असुंता लकड़ा (खेल -हॉकी)

💨असुंता लकड़ा सिमडेगा निवासी है यह हॉकी खेल से संबंध रखते हैं
💨भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रही है
💨2000 से 2014 तक हॉकी में खेली है, 
💨जूनियर विश्वकप में खेली, 
💨सीनियर विश्वकप में, कॉमनवेल्थ गेम में दो बार शामिल हुए हैं 

7. लक्ष्मी पाडिया (खेल -बॉक्सर)

💨लक्ष्मी पाडिया  इंटरनेशनल बॉक्सर खेल से सम्बन्ध रखते हैं इन्होंने 34 वें राष्ट्रीय खेल 2011 में स्वर्ण पदक जीत हासिल किए थे

8सिल्वानस डुंगडुंग (खेल -हॉकी) 

💨सिल्वानस डुंगडुंग हॉकी खेल से संबंध रखते हैं 
💨इन्होंने 2016 में ध्यान चंद पुरस्कार अवार्ड जीता था 
💨1980 के मास्को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम में शामिल खिलाड़ी हैं
💨सिल्वानस डुंगडुंग को "आइरन मैन ऑफ इंडिया "के उपनाम से भी जाने जाते हैं 

9निक्की प्रधान (खेल -हॉकी)

💨निक्की प्रधान रांची के खूंटी जिले के निवासी हैं यह हॉकी खेल से संबंध रखते हैं 
💨अभी यह फिलहाल रेलवे में कार्यरत हैं 
💨 इनका जन्म 8 दिसंबर 1993 को हुआ था
💨2016 में भारतीय हॉकी टीम के सदस्य बने,
💨 रियो डे जेनेरियो में होने वाले ओलंपिक खेल में भाग लेने वाले राज्य की महिला हॉकी खिलाड़ी हैं
💨2011 में  बैंकॉक में एशिया कप में पहली बार भारत के लिए
💨नया रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच का शतक पूरा किया 2019 में,
💨 हॉकी इंडिया ने न्यूजीलैंड दौरे के लिए 20 सदस्य महिला टीम की सदस्य है

10शुभलक्ष्मी (खेल -क्रिकेट )

💨शुभलक्ष्मी हजारीबाग की रहने वाली है
💨यह क्रिकेट खेल से संबंध रखते हैं
💨स्पोर्ट्स इलेस्टेट्स के कवर पेज पर छपने वाले प्रथम भारतीय  महिला क्रिकेटर बनी हैं  
💨भारत के लिए एक टेस्ट, 10 वनडे और 18  टी20 मैच खेली हैं 

11. पूर्णिमा महतो (खेल - तीरंदाज) 

💨पूर्णिमा महतो तीरंदाजी खेल से संबंध रखती हैं
💨1992 में इंडियन आर्चरी  टीम में चयन हुआ था 
💨1994 में पुणे में नेशनल गेम में 6 गोल्ड मेडल हासिल की थी 
💨1994 में टाटा स्टील से  जुड़ गयी थी 
💨1997 में नेशनल चैंपियनशिप में सफलता हासिल कर झारखण्ड का सम्मान बढ़ाया। 
💨1998 में राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक में जीत हासिल की 
💨टाटा आर्चरी अकैडमी की कोच भी नियुक्त हुई 
💨2013 में द्रोणाचार्य पुरस्कार अवार्ड से सम्मानित की गई

12. दीपिका कुमारी (खेल - तीरंदाज) 

💨दीपिका कुमारी का जन्म 13 जनवरी 1994 को रांची में हुआ था 
💨 यह तीरंदाजी खेल से संबंध रखती हैं 
💨 22 साल की उम्र में पद्मश्री पाने वाले भारत की एकमात्रा  एथलीट है
💨2005 में प्रथम बार अर्जुन अचार्य अकैडमी से जुड़ी
💨2006  में मेरिडा मैक्सिको में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में कंपाउंड एकल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक में जीत हासिल की
💨 2010 में एशियन गेम में कांस्य पदक प्राप्त किया 
💨2012 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित की गई
 💨2014 में एफ आई सी सी स्पोर्ट्स पर्सन अवार्ड से सम्मानित की गई 
💨2016 में पदम श्री से सम्मानित हुई
💨 टाटा स्टील तीरंदाजी अकादमी  भी ज्वाइन की है 

13.वरुण आरोन  (खेल - क्रिकेट) 

💨वरुण आरोन का जन्म 29 अक्टूबर 1989 को जमशेदपुर में हुआ
💨यह क्रिकेट खेल से संबंध रखते हैं 
💨दाएं हाथ के तेज गेंदबाज है प्रथम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच इंग्लैंड के विरुद्ध अक्टूबर 2011 में खेला
💨 इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेल चुके हैं 
💨वरुण एरोन घरेलू क्रिकेट झारखंड के लिए खेलते हैं

14. प्रेमलता अग्रवाल (पर्वतरोही)

💨प्रेमलता अग्रवाल का जन्म 1963 ईस्वी को हुआ था
💨सातों महाद्वीपों के शिखर पर चढ़ने वाली प्रेमलता अग्रवाल प्रथम  झारखंडी एवं भारतीय महिला है
💨2004 में प्रेमलता ने बछेंद्री पाल के नेतृत्व में आयरलैंड पिक पर चढ़ाई की
💨 2008 में अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर जीत हासिल की 2011 में माउंट एवरेस्ट अभियान और एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया 
💨10 जनवरी 2012 को एकांकोगोआ में जीत हासिल की जो दक्षिण अमेरिका में  है,
💨4 जनवरी 2013 माउंट  विनशन में। 
💨23 मई 2013 को डोनालो पर तिरंगा फहराया,"सेवन समिट्स अभियान" के लिए इन्हें पदम्श्री से सम्मानित किया गया 
💨48 साल की उम्र में 29,029 फुट की ऊंचाई पर पहुंचकर माउंट एवरेस्ट के शिखर छूने वाली पहली भारतीय महिला बनी 
💨2018 तक भारत की सबसे उम्रदराज पर्वतरोही का खिताब हासिल किया अब संगीता बहाल इस खिताब की हकदार है 
💨2013 में पदम श्री से सम्मानित की गई,वर्त्तमान में प्रेमलता अग्रवाल टाटा स्टील में कार्यरत है

15अरुणा मिश्रा (खेल - मुक्केबाज) 

💨अरुणा  मिश्रा अंतरराष्ट्रीय खेल मुक्केबाज से है। 
💨भारतीय महिला मुक्केबाज में से एक है, 2003 में एशियाई चैंपियनशिप जीत हासिल की 
💨 2004 में विश्व कप जीती, 2011 में विश्व पुलिस और फायर खेलों में 1 स्वर्ण पदक जीत हासिल की

16. सावित्री पूर्ति  (खेल - हॉकी) 

💨सावित्री पूर्ति का जन्म 1966 ईस्वी में खूंटी के मुरहू नामक स्थान में हुआ था
💨 यह हॉकी खेल से संबंध रखती हैं फिलहाल यह रेलवे में कार्यरत हैं
💨 झारखंड की प्रथम अंतरराष्ट्रीय महिला  हॉकी खिलाड़ी सावित्री पूर्ति है


 

 



 






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POPULAR UPRISING & REVOLTS UP TO 1857 - HISTORY

POPULAR RISINGS & REVOLTS UP TO 1857

The establishment of British Rule was not a sudden event but a slow & gradual process comprising many wars & conquests, resulting in forceful subjugation of the Indian people. 

Naturally, it was a process resented & resisted at every stage. 

The British introduced rapid changes, which had an adverse impact on various aspects of Indian life. Consequently, people reacted to this new rule in two broadway.

These uprisings were directed against the common experience of oppression, brought about by the colonialists & their indigenous supporters.

Though these uprisings were localized in varying degrees, they emerged as the first expression of protest against the oppressive foreign rule & formed a significant prelude to the Revolt of 1857, also referred to as the- "First War of Independence".

Civil Rebellions

  • Civil Rebellions generally led by the rulers or their descendants, officials & retainers of the conquered Indian States as well as by improvised landlords & poligars (landed military magnets South India).
  • The mass base of these rebellions was provided by ruined peasants, artisans, & soldiers.
Peasants:
  • Group of small farmers or a farm laborer.
  • They were the sons of the soil, i.e. all those who were directly engaged in agricultural production.
Tribals/Adivasi:
  • The earliest inhabitants of a region.
  • They were lived in deep forests or hilly areas & shared a close bond with their land, forest & forest resources.
  • The tribal peasants combined agriculture with hunting & food gathering and even manufacturing from forest-based products.
  • Their relative isolation & closer ethnic bonds differentiated them from peasants.

Causes of the Pre-1857 Uprising:

The establishment of British rule had a far more devastating impact on the lives of various sections of Indian people, forcing them to rise in revolt against the colonial rule. Following are the reason for the uprising of Revolts:
The devastating impact on rulers & zamindars:
  • Several Rajas & Nawabs lost their principalities owing to the Company's policy of expansion.
  • Thousands of zamindars & poligars were uprooted; their rights were taken over by the colonial state.
  • They were forced to sell their rights due to their inability to pay higher revenues.
The devastating impact on Peasants:
  • The Company introduced rapid changes in administration & land revenue system, disrupting agrarian society.
  • The new land settlements (Permanent, Ryotwari & Mahalwari) created new ownership.
  • The colonial rulers insisted payment of revenue in cash, encouraging money lending practices which often resulted in heavy peasant indebtedness & landlessness.
  • The new land settlements also did away with certain customary rights like forest & pasturage rights.
  • Caste/Communal differences got strained.
  • Peasants were forced to grow cash crops like indigo, cotton instead of food grains, even in years of food grain scarcity, resulting in increased peasant exploitation & even famines.
  • The new judicial & administrative systems further encouraged the rich to oppress the poor. Cultivators were flogged, tortured & jailed for non-payment of rent, taxes & interests.
  • Corruption in lower levels of judiciary & administration made the life of the common man miserable.
The devastating impact on Artisans:
  • Colonialism also spelled doom for Indian artisans. As per the colonial policy, India was to be a market for British goods. These machine-made British goods were cheaper & finer than those made by Indian artisans. Without the demand for their handmade goods, the Indian artisans were thrown into unemployment.
  • While India was flooded with British manufactures, discriminatory tariffs were levied against Indian goods in Britain, ruining the Indian handloom & handicraft industry both ways.
  • Destruction of the indigenous industry led to large scale migrations from industry to agriculture (called peasantisation) with no simultaneous improvement in agriculture. This further increased pressure on land.
The devastating impact on Tribals:
  • The colonial administration ended the relative isolation of tribals & brought them within the ambit of the colonial economy & exploitation.
  • It intruded into the tribal polity, encroached upon tribal lands & transformed tribal relationships with land & forests.
  • It recognized the tribals as zamindars & introduced new land revenue system, taxed tribal products.
  • The colonial administration introduced a large number of outsiders among the tribals. These included middlemen such as the traders, revenue farmers & money landers who pulled the tribals into the very center of colonial exploitation.

Popular Uprisings up to 1857:

Bengal & Eastern India:

Revolts

Period

Sanyasi-Fakir Rebellion

1763 - 1800

Chuar Rebellion (Midnapur)

1766 – 1772

1795 - 1816

Peasant Uprising of Rangpur & Dinajpur

1820 - 37

Ho & Munda Rising

1820 - 37

Kol Uprising

(Chota Nagpur Plateau)

1825

Pagal Panthis Revolt

1825

Ahoma’s Revolt

(Assam)

1828

Khasi Revolt

(Khasi Hill)

1829

Faraizi Disturbances

1838 - 51

Khond Uprising

(Orissa)

1837 - 56

Savara Rebellion

1856 - 57

Santhal Rebellion

(Rajmahal Hills)

1855 - 56


Western India:

Revolts

Period

Bhil Uprising (Khandesh, Western Ghats)

1818, 1825, 1831 & 1846

Waghera Rising (Okha Mandal)

1818 -19

The Kutch Rebellion (Kutch & Kathiawar)

1819 & 1831

Ramosi Rising

(Western Ghats)

1822 & 1839

Koli Rising (Gujarat)

 

1824 -29, 1839 & 1844 -48

Surat Salt Agitation

1844 - 48

Kolhapur & Savanvadi Revolts

1844


Southern India:

Revolts

Period

The Revolt of the Raja of Vizianagaram

1794

The Revolt of Diwan Velu Thampi (Travancore)

1805

The Rebellion at Mysore

1830 - 1831

Mapilla Uprisings (Malabar)

1836 - 54


Northern India:

Revolts

Period

Kuka or Namdhari Movement (Western Punjab)

1840






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